डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरावट आमतौर पर IT कंपनियों के लिए फायदेमंद मानी जाती है। आज के सेशन में TCS, Infosys और Wipro जैसे दिग्गज IT शेयरों में बढ़त देखी गई।
जब रुपया कमजोर होता है, तो इन कंपनियों की विदेशी कमाई (ज्यादातर डॉलर में) का मूल्य बढ़ जाता है। इससे कंपनी की मार्जिन बेहतर हो जाती है और निवेशकों को यह सकारात्मक संकेत देता है।

हाल ही में अमेरिकी बाजारों में स्थिरता और टेक्नोलॉजी कंपनियों की रिकवरी ने भारतीय IT सेक्टर को मजबूती दी है। इसके अलावा, कई कंपनियां अब AI और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन प्रोजेक्ट्स में नए कॉन्ट्रैक्ट्स जीत रही हैं।
क्या करें निवेशक?
IT शेयरों को लॉन्ग टर्म ग्रोथ के नजरिए से देखा जा सकता है। कमजोर रुपया अल्पकालिक फायदेमंद है, लेकिन असली मूल्य कंपनी की सेवा, क्लाइंट पोर्टफोलियो और इनोवेशन में है।
निष्कर्ष:
अगर आप स्थिर और स्केलेबल सेक्टर में निवेश करना चाहते हैं, तो IT एक मजबूत विकल्प है। रुपया-अमेरिकी डॉलर ट्रेंड्स पर नजर बनाए रखें।