जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड (JSPL) ने हाल ही में अपनी तीसरी तिमाही (Q3 FY25) के वित्तीय परिणाम जारी किए, जो उम्मीद से कमजोर रहे। कंपनी का शुद्ध लाभ 51% घटकर ₹951 करोड़ रह गया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में ₹1,927.99 करोड़ था।
इस गिरावट का मुख्य कारण स्टील की कीमतों में कमी और सस्ते आयात से बढ़ती प्रतिस्पर्धा है, जिससे कंपनी की आय पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा। हालांकि, तिमाही के दौरान कंपनी का कुल राजस्व ₹13,707 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की समान अवधि के ₹13,701 करोड़ के मुकाबले लगभग स्थिर है।
तिमाही के दौरान, JSPL ने 1.99 मिलियन टन स्टील का उत्पादन किया और 1.90 मिलियन टन की बिक्री की, जो साल-दर-साल 5% की वृद्धि दर्शाता है। हालांकि, प्रति टन EBITDA में गिरावट आई, जो पिछले वर्ष के ₹15,472 से घटकर इस तिमाही में ₹11,209 रह गया।
कंपनी का शुद्ध ऋण भी बढ़कर ₹13,551 करोड़ हो गया, जो पिछली तिमाही में ₹12,464 करोड़ था। तिमाही के दौरान, JSPL ने ₹2,857 करोड़ का पूंजीगत व्यय किया, मुख्यतः विस्तार परियोजनाओं के लिए।
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इन कमजोर नतीजों के बाद, JSPL (Jindal Steel) के शेयरों में आज भारी गिरावट देखी गई। शेयर की कीमत 13% तक गिरकर ₹724.35 के निचले स्तर तक पहुंच गई। इसके साथ ही, ट्रेडिंग वॉल्यूम में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई, जो सामान्यतः 14,64,774 शेयरों से बढ़कर आज 2,26,76,494 शेयरों तक पहुंच गया
कुल मिलाकर, कमजोर तिमाही परिणामों और बढ़ते ऋण स्तर के कारण निवेशकों की चिंता बढ़ी है, जिसके परिणामस्वरूप शेयर की कीमत में significant गिरावट और ट्रेडिंग वॉल्यूम में वृद्धि देखी गई है।