आज के बाजार में जो गिरावट देखने को मिली, उसके पीछे तीन बड़े कारण माने जा रहे हैं।
पहला – ग्लोबल मार्केट्स में गिरावट। अमेरिका और यूरोप के बाजारों से मिले कमजोर संकेतों ने भारतीय निवेशकों की भावनाओं को प्रभावित किया। दूसरा – विदेशी निवेशकों (FIIs) की बिकवाली ने बाजार को दबाव में डाला। तीसरा – कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी, जिससे महंगाई बढ़ने की आशंका बनी।

इसके अलावा कुछ घरेलू कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजों ने भी निवेशकों के मन में अनिश्चितता पैदा की।
क्या करें निवेशक?
इस तरह की गिरावट में लॉन्ग टर्म पोजिशन पर फोकस करें। SIP और मूल्य आधारित निवेश जारी रखें। अगर बाजार और गिरता है तो यह खरीदारी का अवसर बन सकता है।
निष्कर्ष:
बाजार हर दिन एक जैसा नहीं रहता। समझदारी से निवेश करें और घबराहट से दूर रहें।