आज के ट्रेडिंग सेशन में HDFC Bank के शेयर में लगभग 2% की गिरावट देखने को मिली, जिसने निवेशकों को थोड़ा चौंका दिया। देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक में गिरावट के कई कारण सामने आए हैं, जिनमें मुख्य है बैंक के तिमाही नतीजे जो बाजार की उम्मीदों से कमजोर निकले।
बैंक का NII (Net Interest Income) उम्मीद से कम रहा और साथ ही NPA (Non-Performing Assets) के आंकड़े थोड़े बढ़े हुए नज़र आए। इन दो प्रमुख आंकड़ों ने निवेशकों का मनोबल गिराया। इसके अलावा, बैंकिंग सेक्टर में हाल ही में आई उतार-चढ़ाव ने भी इस गिरावट को हवा दी।

एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह गिरावट अल्पकालिक है। HDFC Bank की मूलभूत स्थिति (fundamentals) मजबूत है और इसका ग्राहक आधार व्यापक है। ब्रोकरेज फर्म्स जैसे कि ICICI Securities और Motilal Oswal ने इसे ‘Buy’ रेटिंग में बनाए रखा है और आने वाले महीनों में रिकवरी की उम्मीद जताई है।
क्या करें निवेशक?
अगर आप लॉन्ग टर्म निवेशक हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है। HDFC Bank जैसे मजबूत स्टॉक में गिरावट को एक अवसर के रूप में देखा जा सकता है। लेकिन शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स के लिए सलाह है कि वे ट्रेंड्स और सपोर्ट लेवल पर नजर बनाए रखें।
निष्कर्ष:
HDFC Bank की गिरावट अस्थायी लगती है। मजबूत पोर्टफोलियो बनाने वाले निवेशक इसे ‘Buy on Dips’ रणनीति के रूप में उपयोग कर सकते हैं।