आज के शेयर बाजार में दो नए IPO ने दस्तक दी और निवेशकों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। पहला IPO एक फार्मा कंपनी का था जिसका ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) ₹80 से ₹90 के बीच चल रहा था। दूसरा IPO एक SME टेक्नोलॉजी फर्म का था, जिसने खुदरा निवेशकों का ध्यान खींचा।
IPO मार्केट में यह जोश इस बात का संकेत है कि निवेशक अब शॉर्ट टर्म लिस्टिंग गेन के लिए अधिक सक्रिय हो गए हैं। साथ ही, कई कंपनियां अपने फंडिंग राउंड को पूरा करने के लिए पब्लिक इश्यू का सहारा ले रही हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि IPO में निवेश से पहले कंपनी की बैलेंस शीट, प्रॉस्पेक्टस और प्रमोटर्स की विश्वसनीयता की जांच जरूरी है। केवल GMP देखकर निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है।
क्या करें निवेशक?
IPO में निवेश करते समय लॉन्ग टर्म दृष्टिकोण रखें। SME और लो-मार्केट कैप कंपनियों में निवेश से पहले रिसर्च ज़रूरी है। अच्छी ग्रोथ वाली कंपनी और मजबूत फंडामेंटल को प्राथमिकता दें।
निष्कर्ष:
IPO बाजार में अवसर हैं, लेकिन आंख बंद करके कूदना सही रणनीति नहीं। सोच-समझकर और रिसर्च के साथ निवेश करना ही बेहतर है।