
मुंबई | 01-अक्टूबर-2025, 7:15PM IST
गैर-बैंकिंग वित्तीय क्षेत्र (NBFC) में काम करने वाली कंपनी Finkurve Investments Ltd ने घोषणा की है कि उसने 1 अक्टूबर 2025 से अपनी ट्रेडिंग विंडो बंद कर दी है। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को दी जानकारी में कहा कि यह कदम नियामकीय नियमों (SEBI Regulations) के तहत उठाया गया है।
ट्रेडिंग विंडो क्यों बंद की जाती है?
SEBI के इनसाइडर ट्रेडिंग नियमों के अनुसार, जब कोई कंपनी अपने क्वार्टरली वित्तीय नतीजे तैयार कर रही होती है या कोई बड़ी कॉर्पोरेट घोषणा होने वाली होती है, तो वह ट्रेडिंग विंडो बंद (Trading Window Closure) करती है।
इस अवधि में कंपनी के डायरेक्टर्स, प्रमोटर्स और इनसाइडर्स किसी भी तरह की शेयरों की खरीद-फरोख्त नहीं कर सकते। इसका मक़सद यह है कि संवेदनशील वित्तीय जानकारी (UPSI) का गलत इस्तेमाल न हो।
Finkurve Investments का ऐलान
कंपनी ने कहा कि यह विंडो 1 अक्टूबर से लागू हो चुकी है और यह तब तक बंद रहेगी जब तक कि कंपनी अपने Q2FY26 के नतीजे घोषित नहीं कर देती।
इस दौरान इनसाइडर्स के लिए किसी भी शेयर ट्रेडिंग की अनुमति नहीं होगी।
कंपनी का सफ़र
- Finkurve Investments Ltd एक लिस्टेड NBFC है, जिसका फोकस वित्तीय सेवाओं और निवेश प्रोडक्ट्स पर है।
- कंपनी विभिन्न क्षेत्रों में फंडिंग और निवेश सेवाएँ प्रदान करती है।
- Finkurve ने समय-समय पर अपने बिज़नेस मॉडल में बदलाव कर नए निवेशकों और क्लाइंट्स को आकर्षित किया है।
बाज़ार की नज़र
मार्केट एक्सपर्ट्स मानते हैं कि ट्रेडिंग विंडो क्लोज़र एक रूटीन अनुपालन (routine compliance) है।
यह हर कंपनी को अपने निवेशकों के भरोसे और पारदर्शिता के लिए करना ज़रूरी है।
हालाँकि, निवेशकों की नज़र अब सीधे कंपनी के Q2 परिणामों पर रहेगी, जिससे उसकी ग्रोथ और लाभप्रदता की स्थिति साफ़ होगी।
निचोड़
Finkurve Investments में 1 अक्टूबर से ट्रेडिंग विंडो बंद हो गई है। यह कदम कंपनी के नियामकीय अनुपालन को दिखाता है और अब निवेशक कंपनी के आगामी नतीजों का इंतज़ार करेंगे।