
हैदराबाद | 01-अक्टूबर-2025, 01:20 PM कंपनी अधिसूचना व बाज़ार स्रोतों से संकलित
भारत की प्रमुख दवा निर्माता कंपनी Aurobindo Pharma ने अपने बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में बदलाव की घोषणा की है। कंपनी ने बताया कि उसके स्वतंत्र निदेशक श्री वेंकट नागेश्वर चालसानी (Venkat Nageswar Chalasani) ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। यह इस्तीफ़ा 13 नवंबर 2023 से प्रभावी माना जाएगा। कंपनी ने इस बारे में स्टॉक एक्सचेंज को भी औपचारिक सूचना दी है।
इस्तीफ़े के कारण
अधिसूचना में कहा गया है कि श्री चालसानी ने अपनी नई ज़िम्मेदारियों को देखते हुए यह कदम उठाया है। उन्हें हाल ही में भारतीय म्युचुअल फंड एसोसिएशन (AMFI) का मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) नियुक्त किया गया है। इस पद की ज़िम्मेदारी निभाते हुए उनके लिए फार्मा कंपनी में स्वतंत्र निदेशक बने रहना हितों के टकराव (Conflict of Interest) का कारण बन सकता था। इस वजह से उन्होंने अपनी भूमिका छोड़ने का फ़ैसला किया।
श्री चालसानी ने Aurobindo Pharma की सहायक कंपनी Apitoria Pharma Private Limited में भी स्वतंत्र निदेशक पद से इस्तीफ़ा देने की घोषणा की है।
कंपनी की प्रतिक्रिया
Aurobindo Pharma ने इस इस्तीफ़े को स्वीकार करते हुए कहा कि श्री चालसानी का अनुभव और मार्गदर्शन कंपनी के लिए मूल्यवान रहा है। बोर्ड ने उनके योगदान के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया और भविष्य की जिम्मेदारियों के लिए शुभकामनाएँ दीं। साथ ही कंपनी ने संकेत दिया है कि वह जल्द ही एक नए स्वतंत्र निदेशक की नियुक्ति करेगी, ताकि बोर्ड की संरचना और कॉर्पोरेट गवर्नेंस के मानकों को मजबूत बनाए रखा जा सके।
कंपनी का परिचय
- Aurobindo Pharma भारत की अग्रणी फार्मास्युटिकल कंपनियों में से एक है।
- यह कंपनी जेनरिक दवाइयों, Active Pharmaceutical Ingredients (API) और स्पेशलिटी फार्मा प्रोडक्ट्स का उत्पादन करती है।
- इसके उत्पाद अमेरिका, यूरोप, जापान और उभरते बाज़ारों सहित 150 से अधिक देशों में निर्यात होते हैं।
- कंपनी के पास भारत और विदेशों में कई अत्याधुनिक उत्पादन इकाइयाँ और रिसर्च एंड डेवलपमेंट (R&D) केंद्र हैं।
पिछले कुछ वर्षों में कंपनी ने अपने वैश्विक उपस्थिति को और मजबूत करने के लिए कई अधिग्रहण और विस्तार योजनाएँ भी लागू की हैं।
असर और बाज़ार दृष्टिकोण
किसी बड़े निदेशक का इस्तीफ़ा आम तौर पर निवेशकों और बाज़ार विशेषज्ञों के लिए महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इससे कंपनी की गवर्नेंस स्ट्रक्चर और भविष्य की रणनीति पर असर पड़ सकता है।
- अल्पकाल में यह इस्तीफ़ा शेयर बाज़ार में हलचल पैदा कर सकता है, हालांकि कंपनी ने स्पष्ट किया है कि यह निर्णय व्यक्तिगत कारणों और नई नियुक्तियों की वजह से लिया गया है।
- निवेशकों के लिए यह देखना अहम होगा कि नया निदेशक कौन बनता है और वह कंपनी की रणनीति में किस प्रकार योगदान करता है।
- लंबी अवधि में Aurobindo Pharma की स्थिति उसके उत्पाद पोर्टफोलियो, वैश्विक बाज़ार हिस्सेदारी और नियामक स्वीकृतियों पर निर्भर करेगी।
निष्कर्ष
Aurobindo Pharma में निदेशक स्तर पर यह बदलाव भले ही एक सामान्य कॉर्पोरेट घटना लगे, लेकिन यह कंपनी की गवर्नेंस और भविष्य की दिशा के लिए महत्वपूर्ण है। श्री चालसानी का AMFI में CEO पद संभालना उनके करियर के लिए एक नई चुनौती है, वहीं Aurobindo के लिए यह अवसर है कि वह बोर्ड में नए दृष्टिकोण और अनुभव को शामिल करे।